Arvindasava Syrup Uses In Hindi | आज के यह समय में हमें आये दिन बहार के खाने का सेवन करना पड़ता है। कुछ लोग घर से दूर रहते हे या फिर कुछ लोगो के कही और वजहें होती है। बहार का खाना लम्बे समय तक खाने की वजह से हमें पेट से और पाचनतत्र से जुडी समस्या होने लगती है। ऐसे में मुख्यतौर पे डॉक्टर द्वारा Arvindasava Syrup दिया जाता है जो एक आर्युवेदिक औषधी का मिश्रण है। पेट से जुडी समस्या आज बहुत आम बात हो चुकी हे ऐसे में हमें यह बीमारी से जुडी दवाई का जानकारी रखना जरूरी है। आज हम आपको Arvindasava Syrup Uses In Hindi के बारे में बतायेगे।
Composition | मंजिष्ठा, मुलेठी, वाचा, कमल, इलायची, त्रिफला, शहद |
कंपनी | विविध कंपनी द्वारा बनाया जाता है |
दवा का प्रकार | आयुर्वेदिक |
उपयोग | पाचन से जुडी समस्या दूर करना |
कीमत | ₹100-200 |
प्रिस्क्रिप्शन आवश्यक है | हाँ |
Arvindasava Syrup Uses In Hindi
पेट से जुडी समस्या जैसे की बदहजमी, पेट दर्द, गैस और खाने का सही तरीके से पाचन ना होना जैसी चीज़े आज हर एक दूसरे वयक्ति में देखने को मिल रही है। मार्किट में कही सारी मॉडर्न दवाइए उपलब्ध हे जो यह समस्या को हल करती है। यह सभी दवाई के साथ दिक्क्त बस एक ही हे की जैसे आप इसका सेवन बंध करेंगे ऐसे ही आपको वापिस पेट की समस्या होना शुरू हो जाएगी। ऐसे में Arvindasava Syrup एक ऐसा आर्युवेदिक मिश्रण हे जिसमे उपयोग की जाने वाली सभी चीज़े प्राकृतिक हे और इसके सेवन से पेट से जुडी समस्याओ को जड़ से मिटाया जा सकता है।
नीचे कुछ परेशानियां दी गई है वैसे मामले में डॉक्टर अपने मरीजों को Arvindasava Syrup उपयोग करने का सलाह देते है:-
- कमजोरी होना
- खाने का पाचन सही तरीके से ना हो पाना
- बदहजमी
- पेट में गैस की समस्या
- खाने की वजह से पेट दर्द होना
Arvindasava Syrup – कार्य प्रक्रिया
यह आर्युवेदिक मिश्रण बहुत से प्रकार की औषधी को मिलाकर बनाया जाता है। Arvindasava Syrup के अंदर मंजिष्ठा, मुलेठी, वाचा, कमल, इलायची, त्रिफला, शहद और निल जैसी आर्युवेदिक चीज़े डाली जाती है। यह सभी चीज़े पाचनतत्र की समस्या के आलावा दस्त, खांसी और कमजोर रोगप्रतिकारक शक्ति जैसी बीमारियों में उपयोग किया जाता है।
- मंजिष्ठा शरीर के गले में रहे कफ को कम करता हे और खांसी में मरीज को राहत देता है
- मुलेठी से शरीर में बहुत से फायदे होते हे जैसे की यह फेफड़े से बलगम को निकालती हे और इसके आलावा पेट और पाचनतत्र को तंदुरस्त बनाती है
- वाचा एक ऐसा औषधी हे जो पेट और आत से जुड़े सभी अंगो का ख्याल रखता है और इससे जुडी समस्याओ को दूर करता है
- कमल में रहे तत्व डायरिया में मरीज को राहत देते हे और लिवर को सवस्थ रखते है
- इलायची खांसी को कम करती हे और शरीर में भूख बढ़ाती हे जिससे मरीज के शरीर में कमजोरी दूर होती है
- त्रिफला के शरीर में अनेक फायदे हे लेकिन मुख्यतौर पे यह शरीर में हीमोग्लोबिन को बढ़ावा देता हे जिससे हमारा पूरा शरीर तदुरस्त रहता है
- शहद एक बहुत ही पुरानी औषधी हे जिसका उपयोग कफ को कम करने के लिए और शरीर में मौजूद सूक्ष्म वायरस को रोकने के लिए किया जाता है
- निल शरीर के अंदर रहे बेक्टेरिया का नाश करती हे और इसको बढ़ने से रोकती है
Arvindasava Syrup का सेवन
यह दवाई का उपयोग हमेशा डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए। Arvindasava Syrup एक दिन में दो बार या एक बार लेने को कहा जाता है। मुख्यतौर पे यह दवाई एक दिन में 15 से 30ml के बिच लेने को कहा जाता है। इसी के साथ आप यह दवाई खाना खाने से पहले या बाद में कभी भी ले सकते हो। इसका सेवन हमेशा दवाई के लिक्विड की मात्रा के बराबर गुनगुना पानी मिलाकर करे। डॉक्टर द्वारा बताई गयी विधि के अनुसार सेवन करने से यह दवाई के शरीर में ज़्यादा से ज़्यादा लाभ होते है।
Arvindasava Syrup के लाभ
यह आर्युवेदिक मिश्रण बहुत ही पुराने समय से मनुष्य द्वारा उपयोग में लिया जा रहा है। Arvindasava Syrup का सेवन करने से लाखो लोगो के जीवन में कही अच्छे बदलाव आये है। इसके आलावा यह ना सिर्फ पेट से जुडी समस्याए ठीक करता हे बल्कि गले और फेफड़े से जुड़े रोग जैसे कफ, सांस लेने में दिक्क्त और कमजोरी जैसी समस्याए भी दूर करता है। यह दवाई के सेवन करने से होने वाले लाभ की सूचि निचे दी गई है।
- पाचनतत्र ठीक होता है
- पेट में गैस की समस्या से राहत मिलती है
- बदहजमी जैसी समस्याए दूर होती है
- रोगप्रतिकारक शक्ति मजबूत होती हे जिससे काफी सारे रोग दूर होते है
- दस्त जैसी बीमारी से मरीज को राहत मिलती है
- बच्चो की मानसिक और शरीरिक स्थिति में सुधार आता है
- सुखी खासी ठीक होती है
Arvindasava Syrup के उपयोग करने से दुष्प्रभाव (Side Effects)
अभी तक के रिसर्च और स्टडी के अनुसार Arvindasava Syrup की वजह से शरीर में किसी भी प्रकार के नुक्सान देखने को नहीं मिले है। अगर आप यह दवाई डॉक्टर द्वारा सुजाये गए मात्रा में करते हो तो इससे आपके शरीर में कोई भी नुक्सान नहीं होगा। इसके ज़्यादा सेवन करने से आपके शरीर में कुछ दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हे जो अभी unknown है। इसलिए हमेशा दवाई का सेवन डॉक्टर किस सलाह के अनुसार ही करे।
Arvindasava Syrup को किस स्थिती में सेवन न करे
यह आर्युवेदिक दवाई का मिश्रण हमारे लिए आज बहुत ही जरूरी हो चूका है। शरीर में मौजूद काफी सारी बीमारियों को Arvindasava Syrup के सेवन ठीक किया जा सकता है। ऐसे में हमारे लिए यह जानना बहुत ही जरूरी हे की यह दवाई का सेवन कोनसी स्थिति में करना चाहिए और कोनसी स्थिति में नहीं करना चाहिए जिससे इसके ज़्यादा से ज़्यादा फायदे हमारे शरीर को हो।
- एक बार में दवाई 15 से 20ml के बिच में ही ले
- यह दवाई और इसके साथ कोई अन्य दवाई लेते वक़्त बिच में थोड़ा समय रखे
- बच्चो को दवाई देने से पहले इसकी मात्रा और समय डॉक्टर को पूछे
- दवाई में मौजूद सभी चीज़ो को ध्यान से देखे और इसके अंदर के किसी तत्व से आपको अलेर्जी हे तो दवाई का सेवन करने से पहले डॉक्टर को जरूर पूछे
महत्त्वपूर्ण सावधानियां:-
आर्युवेदा एक ऐसी चीज़ हे जिसका आज वेस्टर्न वर्ल्ड द्वारा भी उपयोग किया जा रहा है। आर्युवेदिक दवाई जैसे Arvindasava Syrup में उपयोग होने वाली सभी चीज़े प्राकृतिक होती हे और इसमें किसी भी प्रकार का ऐसा केमिकल नहीं होता जिससे शरीर को हानी पहुंचे। ऐसे में हमें दवाई लेते वक़्त या इसका सेवन करते वक़्त कुछ सावधानिया रखनी जरूरी है।
- दवाई लेते वक़्त हमेशा एक्सपायरी डेट चेक करे
- आने वाले सप्ताह में अगर आपकी कोई सर्जरी हे तो इसकी बात डॉक्टर से जरूर करे
- दवाई को हमेशा सूरज की सीधी रौशनी से दूर रखे
- डॉक्टर द्वारा बताये गए प्रवाही के साथ ही हमेशा दवाई का सेवन करे
Arvindasava Syrup को लेकर मरीजों द्वारा कुछ पूछे जाने वाला सवाल:-
यह दवाई पेट से जुडी सभी समस्याओ को ठीक करती हे इसके आलावा यह गले और फेफड़े से जुडी कुछ समस्याए ठीक करने में शरीर की मदद करती है।
यह सिरप हमेशा गुनगुने पानी के साथ एक दिन में दो बार ले।
हां इसका उपयोग बच्चो के शारीरिक और मानसिक ग्रोथ के लिए किया जा सकता है।