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Agnitundi Vati Uses In Hindi | कार्य, लाभ और दुष्प्रभाव

Agnitundi Vati Uses In Hindi | बुखार आना या फिर पाचन से जुडी समस्या होना आज के समय में बहुत ही आम बात बन चुकी है। हमारे बदलते जीवन और खान पान की वजह से हमें यह समस्याओ का सामना आये दिन करना पड़ता है। वैसे तो इस तरह की बीमारी के लिए बहुत सारे दवाई उपलब्ध है परंतु Agnitundi Vati पाचन तंत्र से जुड़ी बिमारियो के लिए उचित माना जाता है। आज के यह लेख में हम Agnitundi Vati Uses In Hindi और इससे जुडी अन्य जानकारी आपको देंगे।

Agnitundi Vati Uses In Hindi

Agnitundi Vati

यह दवाई बहुत से प्रकार के आर्युवेदिक मिश्रण से बना है। इसी वजह से यह दवाई खाने से आपके शरीर में कुछ नुक्सान देखने को नहीं मिलता है। Agnitundi Vati हमारे शरीर में पाचनतत्र को मजबूत बनाता है। इसी के साथ यह दवाई के सेवन से हमें भूख भी ज़्यादा लगती है। मुख्यतौर पे यह दवाई पेट से जुडी समस्या जैसे खाना ना पाचन हुआ तथा लिवर से जुडी समस्या में फायदेमंद माना गया है। इसके सेवन से लोगो के जीवन में बहुत से प्रकार के अन्य फायदे भी देखने को मिले है।

नीचे कुछ परेशानियां दी गई है वैसे मामले में डॉक्टर अपने मरीजों को Agnitundi Vati उपयोग करने का सलाह देते है:-

  • बदहजमी
  • कमजोरी
  • पाचन तंत्र में दिक्कत
  • एसिडिटी
  • कब्ज
  • भूख न लगना
  • पेट दर्द
  • खांसी 

Agnitundi Vati – कार्य प्रक्रिया

यह दवाई में बहुत से प्रकार के औषधी का मिश्रण है। यह सभी तत्व हम बहुत ही पुराने समय से भारतीय खानो में भी उपयोग करते आ रहे है। Agnitundi Vati में आंवला, हरड़, बहेड़ा, जीरा, सेंधा नमक, अदरक, पीपली, कालीमिर्च, विडंग जैसी चीज़े डाली जाती है। यह सभी चीज़े हमें पेट और शरीर से जुड़े काफी प्रकार के रोग को ठीक करने में हमारी मदद करती है।

  • आंवला में भरपूर मात्रा में विटामिन्स पाया जाता है। आवला में मौजूद तत्व हमारी स्किन और आँखों के लिए बहुत ही अच्छे माने जाते है। इसी के साथ यह हमारे खून को भी शुद्ध करता है
  • हरड़ में भरपूर मात्रा में विटामिन C पाया जाता है। इसके आलावा इसमें अन्य तत्व जैसे कॉपर, मेगनीज, सेलेनियम होते है जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद माने जाते है
  • बहेड़ा बदहजमी जैसी समस्याओ में काफी फायदेमंद माना जाता है। इसी के साथ यह अन्य पेट से जुडी बीमारी को भी हल करता है
  • जीरा का उपयोग हम मुख्यतौर पे हर सब्ज़ी में करते है। जीरा हमारे शरीर का मेटाबोलिज्म लेवल तंदुरस्त रखता है जिससे पाचन क्रिया मजबूत बनता है। इसी के साथ यह हमारे शरीर का कोलेस्ट्रॉल लेवल भी नियंत्रण में रखता है
  • सेंधा नमक बहुत ही पुराने समय से हम खाने में उपयोग करते आ रहे है। इसमें 84 जितने मिनरल्स पाए जाते है जो शरीर को हयड्रेटेड रखते है। इसी के साथ यह शरीर के हिस्सों में होने वाले दर्द में भी फायदेमंद माने जाते है

Agnitundi Vati का सेवन

यह दवाई का सेवन और इसकी मात्रा हर वयक्ति के उम्र और बीमारी के गंभीरता के ऊपर निर्भर करती है। Agnitundi Vati का सेवन हमेशा डॉक्टर की सलाह के बाद ही करे। अगर आप यह दवाई का सेवन करते है तो निचे दी गई बातो का ध्यान रखे।

  • दवाई को हमेशा गुनगुने पानी के साथ सेवन करे
  • एक दिन में यह दवाई को आप 2 बार ले सकते है
  • डॉक्टर द्वारा बताये गए समय और मात्रा के अनुसार ही दवाई ले

Agnitundi Vati के लाभ:-

आप सबको पता होगा की पेट और पाचन से जुडी बीमारिया होने से हम बेचैन हो जाते है। यहाँ तक की हमारे रोज के काम भी हम सही तरीके से नहीं कर पाते है। ऐसे में Agnitundi Vati का आर्युवेदिक मिश्रण हमारे शरीर के पेट और इससे जुडी अन्य बीमारी में लाभदायक माना गया है। यह दवाई का उपयोग करने से शरीर की कमजोरी भी दूर होती है। दवाई के सेवन से होने वाले लाभों की सूचि निचे दी गई है।

  • भूख न लगने की समस्या को ठीक होती है
  • पाचन शक्ति मजबूत होती है
  • शरीर से कमजोरी दूर होती है
  • पेट में गैस और इससे जुडी अन्य समस्या हल होती है
  • बदहजमी जैसी समस्या से छुटकारा मिलता है

Agnitundi Vati का दुष्प्रभाव (Side Effects)

यह दवाई को प्राकृतिक घटको को मिलाकर बनाया गया है जिसकी वजह से इसका सही मात्रा में सेवन करने से शरीर में कोई दुष्प्रभाव देखने को नहीं मिलता है। अगर आप Agnitundi Vati को गलत स्थिति अथवा ज़्यादा मात्रा में सेवन करते है तो आपके शरीर पे शायद कुछ साधारण दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते है। ऐसे स्थिति में अपने डॉक्टर को तुरंत सम्पर्क करे।

Agnitundi Vati को किस स्थिती में सेवन न करे

यह दवाई के सेवन से लाखो लोगो के जीवन में फायदा देखने को मिला है। लेकिन हर दवाई को हमें कुछ स्थिति में नहीं लेना चाहिए। अगर हम Agnitundi Vati को गलत स्थिति में अथवा गलत तरीके से लेते है तो इसका कम असर हमारे शरीर पे देखने को मिल सकता है। अगर आप यह दवाई का सेवन करते है तो निचे बताई गई बातो का ध्यान रखे।

  • अन्य बीमारी की दवाई के साथ यह दवाई को लेने से पहले डॉक्टर से पूछे
  • दवाई में मौजूद किसी तत्व से अलेर्जी है तो दवाई का सेवन ना करे
  • गर्भवती महिलाओ के शरीर पे यह दवाई का असर अभी तक जानने को नहीं मिला है। इसीलिए ऐसे स्थिति में दवाई डॉक्टर से पूछ के ले
  • आने वाले कुछ सप्ताह में आपकी सर्जरी होने वाली हे तो दवाई का सेवन जारी रखना है की नहीं इसकी बात डॉक्टर से जरूर करे

महत्त्वपूर्ण सावधानियां

आज हमारे जीवन में दवाई एक वरदान के सवरूप है। लेकिन दवाई के सेवन अथवा इसको लेते वक़्त हमें कुछ चीज़ो की सावधानी रखनी बहुत ही जरूरी है ताकि दवाई का ज़्यादा से ज़्यादा सही प्रभाव हमारे शरीर पे देखने को मिले। अगर आप Agnitundi Vati का सेवन करते है तो निचे दी गई बातो का ध्यान रखे।

  • दवाई को हमेशा ठंडी जगह पे स्टोर करे
  • दवाई मार्किट से लेते समय इसमें मौजूद तत्वों की लिस्ट जरूर पढ़े
  • दवाई के पैकेट में एक्सपायरी डेट जरूर चेक करे
  • गर्भवती महिलाये दवाई का सेवन डॉक्टर से पूछ के ही करे

Agnitundi Vati को लेकर मरीजों द्वारा कुछ पूछे जाने वाला सवाल:-

Agnitundi Vati का उपयोग किसलिए किया जाता है?

यह दवाई का उपयोग पेट और इससे जुडी अन्य बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है।

Agnitundi Vati को एक दिन में कितनी बार लेना चाहिए?

यह दवाई को एक दिन में दो बार लेने को कहा जाता है। यह संख्या हर वयक्ति के उम्र और बीमारी के गंभीरता के ऊपर निर्भर करता है।

क्या Agnitundi Vati को अन्य दवाई के साथ ले सकते है?

यह दवाई अन्य दवाई के साथ लेने से पहले डॉक्टर को जरूर पूछे। मुख्यतौर पे आर्युवेदिक और वेस्टर्न दवाई के सेवन के बिच 30 मिनट से 1 घंटे तक का गेप रखना चाहिए।

Agnitundi Vati को कितने समय तक सेवन करना चाहिए?

यह दवाई का सेवन आप 2 महीने तक कर सकते है। गंभीर बीमारी के केस में यह संख्या ज़्यादा भी हो सकती है।

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