Home » Khadirarishta Syrup Uses In Hindi | कार्य, लाभ और दुष्प्रभाव

Khadirarishta Syrup Uses In Hindi | कार्य, लाभ और दुष्प्रभाव

Khadirarishta Syrup Uses In Hindi | त्वचा से जुडी बीमारियों का नाम सुनते ही हर कोई गभराने लग जाता है। जब कोई त्वचा से जुडी बीमारी होती है तो हम कुछ भी कार्य नहीं कर पाते है और कुछ लोग तो अपना कॉन्फिडेंस ही खो देते है। आर्युवेद में त्वचा से जुडी बीमारी के लिए काफी औषधी के मिश्रण दिए गए है। यह मिश्रण काफी प्रभावी रूप से आपकी समस्या हल करने में समर्थ है। इन्ही एक मिश्रण में Khadirarishta Syrup शामिल है। यह दवाई बहुत से प्रकार के त्वचा के रोग हल करने में समर्थ है। आज के यह लेख में हम Khadirarishta Syrup Uses In Hindi और इससे जुडी अन्य जानकारी आपको देंगे।

Khadirarishta Syrup Uses In Hindi

Khadirarishta Syrup Uses In Hindi

यह एक हर्बल आयुर्वेदिक सिरप है जिसका उपयोग त्वचा के विभिन्न स्थितियों के इलाज के लिए किया जाता जाता है। Khadirarishta Syrup आंतो के कीड़े और सोरायसिस जैसी समस्या को ठीक करने में मदद करता है। दवाई में बहुत से प्रकार के प्राकृतिक घटको का उपयोग किया गया है जिससे दवाई का असर कुछ ही समय में देखने को मिलता है। इसके मुख्य घटक है खादिर, देवदारू,बकुची, आंवला, जायफल, इलायची इत्यादि। यह मार्केट में आसानी से डॉक्टर के बिना पर्चे के भी मिल जाता है। इस दवाई का उपयोग करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें ले।

नीचे कुछ परेशानियां दी गई है वैसे मामले में डॉक्टर अपने मरीजों को Khadirarishta Syrup उपयोग करने का सलाह देते है:-

  • सोरायसिस
  • चर्म रोग
  • मुंहासे
  • एक्जिमा
  • दाद
  • सिफलिस

Khadirarishta Syrup – कार्य प्रक्रिया

यह एक आयुर्वेदिक हर्बल दवा है जिसमे शक्तिशाली एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है जो मुक्त कण को नष्ट करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। Khadirarishta Syrup रक्त को भी शुद्ध करने का कार्य करता है क्युकी मुख्यतौर से त्वचा से जुडी बीमारी में अशुद्ध रक्त जिम्मेदार होता है। यह सिरप में दारुहल्दी, देवदार, लौंग, पिप्पली, दालचीनी, शहद जैसी चीज़ो का उपयोग किया गया है।

औषधी का नाम कार्य प्रक्रिया
दारुहल्दीशरीर में मौजूद सूक्ष्म जीवाणु जिससे हमारे शरीर में इन्फेक्शन और बीमारिया फैलती है इसको बढ़ने से रोकते है।
देवदारशरीर में वायरस को बढ़ने नहीं देती है इसी के साथ बेक्टेरिया को खत्म करके इसकी वृद्धि होने से भी रोकती है।
लौंगफंगल जैसी चीज़ो को रोकने के लिए मददरूप है। अन्य वायरस और बेक्टेरिया का नाश करने में भी फायदेमंद माना जाता है।
पिप्पलीफंगल को फैलाने वाले बेक्टेरिया को नाश करता है।
दालचीनीमाइक्रोबियल के विकास को रोकता है। और सूक्ष्म जीवो का नाश करता है।
शहद अलेर्जी को रोकता है। अन्य कही त्वचा से जुडी समस्या में फायदेमंद है।

Khadirarishta Syrup का सेवन:-

यह दवाई का सेवन हमेशा डॉक्टर द्वारा बताए गए सलाह के अनुसार ही करना चाहिए। Khadirarishta Syrup के सेवन की मात्रा और कितने समय तक लेना है वो डॉक्टर द्वारा बीमारी की गंभीरता चेक करके बताया जा सकता है। यह दवाई बिना डॉक्टर के पर्चे आपको मिल सकती है लेकिन इसका उपयोग हमेशा डॉक्टर मार्गदर्शन में करे।

  • यह दवाई को खाना खाने के बाद या पहले कभी भी सेवन कर सकते हैं।
  • दवाई का उपयोग हमेशा गुनगुने पानी के साथ सेवन करें जिससे आपको ज्यादा लाभ होगा।
  • इस दवाई का उपयोग दिन में दो बार करे।
  • यह दवाई का उपयोग अधिकतम मात्रा एक बार में चार छोटी चम्मच से करे।

Khadirarishta Syrup के लाभ:-

त्वचा से जुडी समस्या का सही हल ढूढ़ना और वो भी सही समय पे बहुत ही जरूरी है। कभी कभी हम त्वचा से जुडी समस्या को नज़रअंदाज कर देते है यह सोच के की यह अपने आप ठीक हो जायेगा। अथवा हमें कभी यह भी लगता है की कही हाथ लग गया होगा इसीलिए चोट का निशान है। Khadirarishta Syrup एक ऐसी हर्बल दवाई है जिसके रेगुलर सेवन करने से त्वचा से जुडी हर समस्या दूर हो सकती है। यह दवाई से होने वाले लाभ की सूचि निचे दी गई है।

  • यह रक्त को शुद्ध करने में मदद करता है।
  • सोरायसिस बीमारी में मरीज को राहत मिलती है।
  • काफी प्रकार के चर्म रोग में उपयोगी है।
  • एक्जिमा को भी ठीक करता है।
  • यह मुंहासे जैसी समस्या से राहत दिलाता है।
  • सिफलिस जैसी बीमारी को दूर करता है।

Khadirarishta Syrup का दुष्प्रभाव (Side Effects)

अभी तक की रिसर्च और उपलब्ध डाटा के अनुसार Khadirarishta Syrup का उपयोग करने से किसी भी तरह का दुष्प्रभाव नहीं होता है। इसके पीछे का मुख्य वजह है की इसमें मौजूद सभी तत्व प्राकृतिक है और इसमें किसी भी तरह के केमिकल का उपयोग नहीं किया गया है। लेकिन कभी भी इस दवाई का ओवरडोज ना करें इससे आपको कुछ दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। इसे हमेशा डॉक्टर द्वारा सुझाए गए खुराक का ही सेवन करें। इस नियमित रूप से सेवन करे जिससे आपको ज्यादा लाभ होंगे। अगर दवाई से आपके शरीर में कुछ भी दुष्प्रभाव दिखे तो तुरंत डॉक्टर को संपर्क करे।

Khadirarishta Syrup को किस स्थिती में सेवन न करे

आज हमें हर कुछ महीने बाद कोई ना कोई दवाई की जरूरत पड़ती है। ऐसे में जब कभी कोई नई दवाई का सेवन शुरू करे तब इससे जुडी हर सावधानी और कोनसे स्थिति में दवाई लेना है और कब नहीं लेना है यह सब जानना बहुत ही जरूरी है। Khadirarishta Syrup के डॉक्टर के मार्गदर्शन में सेवन करने से आपके शरीर में बहुत से फायदे देखने को मिलेंगे। अगर आप यह दवाई का सेवन करते है तो निचे दी गई बातो का ध्यान रखे।

  • दवाई में मौजूद किसी तत्व से अलेर्जी है तो यह दवाई का सेवन ना करे।
  • किसी अन्य दवाई के साथ यह दवाई का सेवन ना करे। ऐसा करने से पहले डॉक्टर को पूछे अथवा अन्य दवाई और यह दवाई के बिच कुछ समय का अंतर रखे।
  • दवाई के साथ किसी भी प्रकार के नशे का सेवन करने से दुष्प्रभाव हो सकते है।

महत्वपूर्ण सावधानियां:-

  • गर्भवती महिला इस दवाई का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
  • दवाई के पैकेट को खरीदने से पहले एक बार एक्सपायरी डेट जरूर देखें।
  • यह दवाई बच्चो की पहुंच से दूर रखे।
  • दवाई को हमेशा ठंडी और ड्राई जगह पे स्टोर करे।
  • इसे धूप की रोशनी से बचाएं।

Khadirarishta Syrup को लेकर मरीजों द्वारा कुछ पूछे जाने वाला सवाल:-

Khadirarishta Syrup का उपयोग किसलिए किया जाता है?

इस दवाई का उपयोग चर्म रोग और सोरायसिस जैसी बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है।।

Khadirarishta Syrup का उपयोग दिन में कितनी बार करना चाहिए?

इस दवाई का उपयोग दिन में एक बार में 4 छोटी चम्मच से दो बार करना चाहिए।

क्या गर्भवती महिला Khadirarishta Syrup का उपयोग कर सकती है?

गर्भवती महिला इस दवाई का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से परामर्श कर ले।

क्या Khadirarishta Syrup का उपयोग करने से कुछ दुष्प्रभाव भी होते हैं?

नही, इस दवाई का उपयोग करने से किसी भी तरह का दुष्प्रभाव नहीं होता है।

नमस्कार दोस्तों। मेरा नाम सुशांत पटेल है। मैं B.Pharma का स्नातक छात्र हूं। मुझे दवाओं और अन्य चिकित्सा संबंधी चीज़ों के बारे में लिखना और सीखना पसंद है। यहां मैं दवाओं, बीमारियों, चिकित्सा परीक्षणों और स्वास्थ्य से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण चीजों के बारे में ज्ञान साझा करूंगा।

Leave a Comment