Kutajarishta Uses In Hindi | बदलते इस वक़्त साथ अब हमारी जीवनशैली भी बहुत ही तेज़ हो चुकी है। ऐसे में कुछ ऐसी चीज़े होती है जिसपे ध्यान देना हम बिलकुल ही भूल जाते है। इन्ही एक चीज़ मे एक है पौष्टिक और सही समय पर रोज़ भोजन करना। बदलते वक़्त के साथ यह दो चीज़े हम नहीं कर पाते है जिसकी वजह बाद में हमें पेट से जुडी समस्या होने लगती है। आर्युवेद में पेट से जुडी समस्याओ का हल करने के लिए Kutajarishta का सेवन करने के लिए बोला गया है। आज के मॉडर्न समय में काफी सारे डॉक्टर भी यही आर्युवेदिक मिश्रण का सेवन करने की सलाह देते है। आज के इस लेख में Kutajarishta Uses In Hindi और इससे जुडी अन्य जानकारी हम आपको देंगे।
Kutajarishta Uses In Hindi

यह दवाई एक प्रकार का आर्युवेदिक मिश्रण है जिसमे काफी सारे प्राकृतिक चीज़े डाली गयी है। Kutajarishta की सबसे ख़ास बात यही है की इसमें उपयोग की जाने वाली सभी चीज़े प्राकृतिक है जिससे शरीर पे इसका कोई हानि नहीं होता है। यह हमारे शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है जिससे पाचन से और पेट से जुडी समस्या में मरीज को राहत मिलती है। जानकारों और मार्किट एक्सपर्ट के द्वारा ये भी बोला जाता है की यह दवाई डायरिया जैसी बीमारी को भी जड़ से ख़तम करती है। हालांकि यह साबित करने के लिए अभी तक इतने पुरावे डॉक्टर को नहीं मिले है।
नीचे कुछ परेशानियां दी गई है वैसे मामले में डॉक्टर अपने मरीजों को Kutajarishta उपयोग करने का सलाह देते है:-
- पाचनतत्र का कमजोर होना
- शरीर में पानी की कमी हो जाना
- पेट दर्द
- आंत से जुडी समस्या
Kutajarishta – कार्य प्रक्रिया
मुख्यतौर पे यह मिश्रण में 4 प्रकार की औषधी डाली जाती है जिसमे Kutaj, Munnaka, Jaggery और Dhataki शामिल है। यह सभी तत्व पेट से और आंत से जुडी काफी समस्याओ को बिना शरीर को हानि पहुचाये हल करते है। इसमें उपयोग की जाने वाली काफी चीज़े हम भारतीय खानो में लम्बे समय से उपयोग करते आ रहे है।
- Kutaj शरीर में डायरिया जैसी गंभीर बीमारी को दूर करता है। यह शरीर में रहे माइक्रो बेक्टेरिया को जड़ से ख़तम करता है जिससे मरीज को राहत मिलती है। यह एक प्रकार का फूल है जिसके सभी भागो का दवाई में उपयोग किया जाता है।
- Munnaka टेस्ट में थोड़ा सा स्वीट होता है। यह शरीर में कॉन्स्टिपेशन और एसिडिटी से जुडी समस्या को दूर करता है। इसके अलावा यह गले से जुडी समस्या जैसे कफ और खांसी को भी ठीक करता है।
- Jaggery यानी की गुड़, इसका इस्तमाल तो हम बहुत पुराने समय से करते आ रहे है। गुड़ हमारे पाचनतंत्र और फेफड़ो के लिए बहुत ही सवस्थ माना जाता है और वह इससे जुडी अन्य समस्याए भी दूर करता है।
Kutajarishta का सेवन
यह दवाई का सेवन हर वयक्ति के बीमारी की गंभीरता और शरीर की शक्ति के ऊपर निर्भर करता है। Kutajarishta का सेवन हमेशा डॉक्टर द्वारा दी गयी मात्रा और सलाह के अनुसार ही करे। जानकारों के मुताबिक यह दवाई का सेवन कभी कभी आपको लम्बे समय तक करना पड़ सकता है।
- दवाई को हमेशा गुनगुने पानी के साथ सेवन करे।
- एक बार में दवाई को 30ml से ज्यादा ना ले (यह हर वयक्ति के ऊपर लागू नहीं होता)
- दवाई को हमेशा भोजन के बाद ले
- दवाई का सेवन एक दिन में 2 बार से ज़्यादा ना करे
Kutajarishta के लाभ
अभी तक की स्टडी और रिसर्च के अनुसार Kutajarishta का उपयोग करने से शरीर के काफी अंगो में राहत मिलती है। कुछ बीमारिया जैसे की डायरिया, शरीर के पिछले हिस्से में दर्द रहना, आंत का रोग और पेचिश जैसी समस्या में यह दवाई बहुत ही फायदेमंद साबित हुए है। 2012 में हुए एक स्टडी के अनुसार यह दवाई को बांग्लादेश में कुछ प्राणी पे टेस्ट किया गया था जिसमे ऐसा पाया गया था की इसके उपयोग से शरीर के पिछले हिस्से में रहा दर्द भी ठीक हो सकता है। हालांकि मनुष्य पर इसके क्या असर हे वह अभी तक जानने को नहीं मिला है। यह दवाई के उपयोग से होने वाले लाभों की सूचि निचे दी गई है।
- आंत की वजह होने वाले पेट दर्द में राहत मिलना
- शरीर में खाने का जल्दी पाचन होना
- पाचनतंत्र से जुडी समस्याओ में राहत मिलना
- फेफड़े में उत्पन्न हुए विकार को ठीक करना
- पेट को ठंडा रखना
- खासी की समस्या में राहत मिलना
Kutajarishta के उपयोग करने से दुष्प्रभाव (Side Effects)
अभी तक के रिसर्च और स्टडी के अनुसार यह दवाई में उपयोग की जाने वाली सभी चीज़े प्राकृतिक है और इसमें किसी भी प्रकार का ऐसा चीज़ नहीं है जो शरीर को नुक्सान पहुचाये। अगर आप Kutajarishta का सेवन डॉक्टर द्वारा बताये गए खोराक और विधि के अनुसार करते है तो यह दवाई से आपके शरीर में कोई भी दुष्प्रभाव देखने को नहीं मिलेंगे। इसका बताई गयी मात्रा से ज्यादा सेवन करने से कुछ दुष्प्रभाव हो सकते है।
Kutajarishta को किस स्थिती में सेवन न करे
मुख्यतौर पर अब लोग आर्युवेदिक दवाई का सेवन बहुत ही ज़्यादा प्रमाण में करने लगे है। ऐसे में कभी कभी हमें दवाई का सेवन करते वक़्त कुछ स्थितियां ध्यान में रखनी जरूरी होती है जिससे यह दवाई के कम से कम नुक्सान हमारे शरीर में हो। अगर हम गलत तरीके से या गलत स्थिति में दवाई का सेवन करते है तो इसके नुक्सान देखने को मिल सकते है। Kutajarishta का सेवन करते वक़्त निचे दी गयी बातो का ध्यान रखे।
- गर्भवती महिलाओ के शरीर पर यह दवाई का असर अभी तक जानने को नहीं मिला है। इसीलिए इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले
- अन्य दवाई के साथ यह दवाई का सेवन ना करे। अथवा अन्य दवाई का सेवन कुछ समय बाद करे
- कुछ कंपनी दवाई में चीनी की मात्रा मिलाती है इसीलिए मधुमेह के मरीज दवाई लेने से पहले डॉक्टर से पूछे और दवाई में उपयोग होने वाली सभी चीज़ ध्यान से देखे
- दवाई का सेवन हमेशा डॉक्टर द्वारा बताये गए प्रवाही के साथ ही करे
महत्त्वपूर्ण सावधानियां:-
दवाई आज हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भमिका निभाती है। बड़ी से बड़ी बीमारियों का हल भी आज दवाई के माध्यम से हम कर सकते है। लेकिन हमें दवाई लेते वक़्त कुछ सावधानी रखनी जरूरी है ताकि इससे दवाई का असर हमारे शरीर पे सही और ज़्यादा से ज़्यादा हो।
- दवाई लेने से पहले इसकी एक्सपायरी डेट जरूर चेक करे
- दवाई को बच्चो की पहुंच से दूर रखे
- दवाई में उपलब्ध किसी तत्व से अलेर्जी है तो दवाई का सेवन ना करे
Kutajarishta को लेकर मरीजों द्वारा कुछ पूछे जाने वाला सवाल:-
गर्भवती महिलाओ के शरीर के ऊपर यह दवाई का क्या असर होता है वह अभी तक जानने को नहीं मिला है। इसीलिए दवाई का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह ले।
दवाई का सेवन करते वक़्त किसी भी प्रकार का नशा ना करे। यह मामले में डॉक्टर की सलाह जरूर ले।
यह दवाई दिन में 2 बार लेने के लिए डॉक्टरों द्वारा कहा जाता है (हर वयक्ति के लिए यह संख्या अलग हो सकती है)
यह दवाई के उपयोग से मरीजों में पेट और आंत से जुडी समस्याओ में राहत मिलती है।