Trivang Bhasma Uses In Hindi | मधुमेह और यूरिन से जुडी समस्या आज के समय में हर दूसरे वयक्ति को देखने को मिल रही है। ख़राब खान पान की आदते और सवस्थ पे ध्यान ना देने से ऐसी बीमारिया लोगो में देखने को मिल रही है। यह समस्याओ का इलाज अगर सही समय पे नहीं करवाया जाता है तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। आर्युवेद में मधुमेह और यूरिन की समस्या दूर करने के लिए Trivang Bhasma उपयोग किया जाता है। यह भस्म प्राकृतिक जड़ीबूटी से बना है जिसके उपयोग से मधुमेह और यूरिन से जुडी समस्या जड़ से खत्म होती है। आज के यह लेख Trivang Bhasma Uses In Hindi में हम यह दवाई के लाभ, दुष्प्रभाव और कार्य प्रक्रिया के बारे में जानेगे।
Composition | बंग भस्म + यशद भस्म + नाग भस्म + एलोवेरा |
कंपनी | विविध कंपनी द्वारा बनाया जाता है। |
दवा का प्रकार | आर्युवेदिक |
उपयोग | मधुमेह, यूरिन और लिवर से जुडी समस्या दूर करना |
कीमत | ₹150-250 |
प्रिस्क्रिप्शन आवश्यक है | हाँ |
Trivang Bhasma Uses In Hindi
यह एक आयुर्वेदिक औषधि है जो की यूरिन इन्फेक्शन और मधुमेह जैसी समस्या को ठीक करने में मदद करता है। Trivang Bhasma की खास बात यह है की यह किसी भी अनावशयक केमिकल की मिलावट से नहीं बना है। यह पूर्ण रूप से प्राकर्तिक घटको से मिलकर बना है। इसमें पाए जाने वाले मुख्य घटक में बंग भस्म, यशद भस्म, नाग भस्म, जिंक और एलोवेरा शामिल है। यह लिवर रोग से जुडी समस्या को भी बेहतर करने का कार्य करता है। यह दवाई का उपयोग करने से पहले किसी अनुभवी आयुर्वेदिक चिकित्सक से इस दवाई के बारे में जानकारी ले ले। यह दवाई के खुराक विभिन्न आयु वर्ग के लोगो के लिए अलग अलग हो सकते है।
नीचे कुछ परेशानियां दी गई है वैसे मामले में डॉक्टर अपने मरीजों को Trivang Bhasma उपयोग करने का सलाह देते है:-
- यूरिन में इंफेक्शन
- मधुमेह
- लिवर रोग
- शीघ्रपतन
Trivang Bhasma Uses In Hindi – कार्य प्रक्रिया
यह भस्म में बहुत से प्रकार के आर्युवेदिक औषधी शामिल है जो यूरिन इन्फेक्शन और मधुमेह जैसी समस्या को दूर करते है। Trivang Bhasma में मुख्य तत्व के रूप में बंग भस्म, यशद भस्म, नाग भस्म, जिंक और एलोवेरा शामिल है। यह सभी घटक अपने अपने गुणों के द्वारा रोगों से राहत दिलाने में मदद करता है। ना सिर्फ इतना ही पर यह दवाई के कार्य करने के तरीके वेस्टर्न दवाई से बिलकुल अलग है। मुख्यरूप से यह दवाई अपनी असर थोड़ी देर से दिखा सकता है लेकिन यह बीमारी को जड़ से खत्म करने में सक्षम माना जाता है। यह लिवर रोग की समस्या को भी ठीक करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह पुरुष शुक्राणु की समस्या को भी ठीक करने का कार्य करात है।
Trivang Bhasma Dosage – त्रिवंग भस्म का सेवन
हमें किसी भी दवाई का सेवन करने से पहले उसके बारे में डॉक्टर से अच्छी तरह से जानकारी ले लेना चाहिए। क्युकी दवाई का खुराक हरेक व्यक्ति के बीमारी के गंभीरता और उम्र पर निर्भर करता है। कभी कभी हम जाने अनजाने में दवाई का सेवन गलत तरीके से कर लेते है जिसके वजह से हमें उसका उचित लाभ नहीं देखने को मिलता है। ऐसे में अगर आप चाहते है Trivang Bhasma का आपके ऊपर सही लाभ हो तब इसके सेवन करने के तरीके और समय पे ख़ास ध्यान दे। यह दवाई का सेवन करने के दौरान निचे दी गई कुछ महत्वपूर्ण बातो का ध्यान रखे।
- दवाई का सेवन भोजन करने के बाद या पहले कभी भी कर सकते है।
- यह दवाई का सेवन दिन में दो बार करना चाहिए।
- दवाई का उपयोग हमेशा डॉक्टर द्वारा निर्धारीत खुराक के अनुसार ही करना चाहिए।
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Trivang Bhasma Benefits In Hindi – त्रिवंग भस्म के फायदे
जैसा की मेने बताया की आज के युग में हमारे खान-पान की वजह से हमें काफी सारी बीमारिया हो रही है। मधुमेह एक ऐसी समस्या है जिसकी वजह से आप मीठी चीज़ बिलकुल भी नहीं खा सकते और अगर किसी मधुमेह के मरीज को किसी जगह चोट लगती है तो इसको रुझ आने में भी वक्त लगता है। अगर आप ऐसी समस्या के लिए दवाई की खोज कर रहे है तब Trivang Bhasma आपके लिए बहुत ही उपयोगी साबित हो सकता हे। यह ना सिर्फ मधुमेह और यूरिन इन्फेक्शन बल्कि यह लिवर से जुडी समस्याओ को दूर करने में भी सक्षम है। इसके साथ ही यह पुरुषो में हुए शीघ्रपतन की बीमारी को भी ठीक करने का कार्य करता है। यह दवाई के सेवन से होने वाले लाभ की सूचि निचे दी गयी है।
- यूरिन इन्फेक्शन की बीमारी को जड़ से ख़त्म करने में सक्षम है।
- यह मधुमेह की बीमारी को भी ठीक करने का कार्य करता है।
- लिवर रोग से सम्बन्धी बीमारी को भी ठीक करने में सहायक होता है।
- यह पुरुषो में हुए सीघ्रपतन की समस्या को भी ठीक करने में मदद करता है।
Side Effects Of Trivang Bhasma – त्रिवंग भस्म का दुष्प्रभाव
यह दवाई का इस्तेमाल करने पर किसी भी तरह के दुष्प्रभाव नहीं होते है क्यूंकि यह एक आयुर्वेदिक दवा है जो पूर्ण रूप से प्राकृतिक घटको से मिलकर बना है। हालाँकि यह दवाई का सेवन कभी भी अधिक मात्रा में न करे क्यूंकि ऐसा करने पर आपको इसके कुछ दुष्प्रभाव देखने को मिल सकता है। Trivang Bhasma को हमेशा डॉक्टर द्वारा निर्धारीत खुराक के अनुसार ही सेवन करे। इसे हमेशा नियमित रूप से सेवन करने की कोशिश करे जिससे आपको रोगो से जल्द राहत देखने को मिलेगा। अगर आपको यह दवाई के सेवन से किसी भी तरह के दुष्प्रभाव देखने को मिले तब तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर ले।
Trivang Bhasma Composition – त्रिवंग भस्म के घटक
- बंग भस्म – यह अस्थमा की समस्या को ठीक करने में मदद करता है। बंग भस्म हमारे शरीर से बबलगम को भी निकालने का कार्य करता है। यह भस्म में बहुत से प्रकार के खनिज पाए जाते है जो पुरुष को गुप्त बीमारियों से बचाते है और इसको ठीक करते है।
- यशद भस्म – यह इन्सुलिन के स्तर को सुधार करने का कार्य करता है और मधुमेह जैसी समस्या को ठीक करने में मदद करता है। ना सिर्फ मधुमेह बल्कि यह भस्म का उपयोग कफ, एनीमिया और अन्य शरीर की बीमारी को दूर करने के लिए भी किया जा सकता है।
- नाग भस्म – यह मधुमेह, हर्निया जैसी बीअमरियों को ठीक करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह बबासीर की बीमारी को भी ठीक करने में लाभदायक होता है।
- एलोवेरा – यह मुहांसे और रूखी त्वचा के लिए बहुत ही बेहतर उपाय होता है। यह चेहरे के दाग या धब्बे को भी खत्म करने में सहायक होता है।
Trivang Bhasma को किस स्थिती में सेवन न करे
दवाई का सेवन तो अक्सर लोग करते रहते है परन्तु उसके साथ कुछ ऐसी परिस्थियाँ होती यही जिसमे हमें दवाई का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। हमलोग जब किसी नए दवाई का सेवन करते है तब हमें कभी कभी उसके लाभ प्राप्त नहीं होते है इसका मुख्य वजह होता है की हम दवाई का सेवन सही तरीके से नहीं कर रहे होते है। इसलिए जब भी हम किसी नयी दवाई का सेवन करे तब उसके बारे में डॉक्टर से अच्छी तरह से जानकारी ले ले। Trivang Bhasma का सेवन हमें किस स्थिति में नहीं करना चाहिए जिसके बारे में जानकारी निचे दी गयी है जिसे हमेशा ध्यान में रखे :-
- यदि आपको यह दवाई के किसी भी तत्त्व से एलेर्जी है तब इसका सेवन न करे।
- गर्भवती महिला यह दवाई का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह ले ले।
- यदि आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है तब यह दवाई का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह ले ले।
- दवाई के अलेर्जिक रिएक्शन से बचने से के लिए डॉक्टर को अपनी मेडिकल हिस्ट्री जरूर बताये।
- अगर आप यह समस्या के लिए कोई अन्य दवाई का उपयोग करते है तो इसके साथ यह दवाई लेनी चाहिए या नहीं इसकी जानकारी डॉक्टर से जरूर ले।
महत्त्वपूर्ण सावधानियां:-
वैसे तो आर्युवेदिक दवाई का इस्तेमाल करने से किसी भी प्रकार की हानि नहीं होती है। लेकिन कुछ ऐसी परिस्थिति होती है जिसमे हम दवाई का उपयोग गलत तरीके से करते है जिसकी वजह से हमें इसके दुष्प्रभाव देखने को मिलते है। Trivang Bhasma एक आर्युवेदिक दवाई है जिसका उपयोग करने से पहले आपको कुछ सावधानिया रखनी जरूरी है।
- दवाई का सेवन करने के दौरान किसी भी तरह का नशा या धूम्रपान का सेवन ना करे।
- दवाई के पैकेट को खरीदने से पहले एक बार एक्सपायरी डेट जरूर देख ले।
- दवाई को बच्चो की पहुंच से दूर रखे।
- हमेशा दवाई को सुखी और ठंडी जगह रखे।
- दवाई के पैकेट पर सूरज की सीधी रोशनी ना आने दे।
Trivang Bhasma Uses In Hindi Conclusion
यूरिन इन्फेक्शन और मधुमेह जैसी बीमारी बहुत ही गंभीर समस्या है जिसे सही समय पे ठीक करना बेहद आवश्यक है। Trivang Bhasma एक ऐसा आयुर्वेदिक दवाई है जिसका इस्तेमाल करके इस तरह की समस्या से निजात पाया जा सकता है। यह पूर्ण रूप से प्राकृतिक घटको से मिलकर बना है जो की हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। यह दवाई का सेवन करने पर किसी भी तरह के दुष्प्रभाव नहीं होते है। हालाँकि इसका उपयोग हमेशा डॉक्टर द्वारा बताये गए सलाह के अनुसार ही करे। ऐसा करने से आपको दवाई के श्रेष्ठ लाभ देखने को मिलेंगे।
Trivang Bhasma को लेकर मरीजों द्वारा कुछ पूछे जाने वाला सवाल:-
दूध या पानी को गर्म करके इसमें एक चम्मच त्रिवंग भस्म मिलाये और इसके बाद इसमें थोड़ा सा शहद डाले। यह दोनों अच्छे से मिला के आप यह दवाई का सेवन कर सकते है।
गर्भवती महिलाओ को यह दवाई बिना डॉक्टर से पूछे बिलकुल ही नहीं लेनी चाहिए।
यह दवाई आपको एक दिन में दो से तीन बार लेनी चाहिए।
इंटरनेट के ऊपर उपलब्ध जानकारी के अनुसार यह दवाई के उपयोग से पेट में काफी सारी समस्याएं दूर होती है।