Kumaryasava Uses In Hindi | पाचन के लिए हमारे लिवर का सवस्थ रहना सबसे ज़्यादा जरूरी है। लिवर को सवस्थ रखने के लिए घर का पौष्टिक खाना और कुछ अच्छी आदते होनी जरूरी है। लेकिन आज के बदलते युग में लोग बहार का खाना ज़्यादा पसंद करते है और इसके साथ ही इनकी कही बुरी आदते होती है जिससे लिवर की समस्या देखने को मिलती है। वैसे तो यह समस्या साधारण माना जाता है जिसका सही समय पे इलाज करवाने से यह ठीक हो सकता है। आर्युवेद में ऐसी स्थिति में Kumaryasava का उपयोग करने की सलाह दी गई है। यह एक आर्युवेदिक दवाई है जिसका उपयोग करने से पाचन से जुडी समस्याओ से राहत मिलती है। आज के यह लेख Kumaryasava Uses In Hindi में हम यह दवाई के लाभ, दुष्प्रभाव और कार्य प्रक्रिया के बारे में जानेगे।
Composition | एलोविरा + चित्रक + लौह भस्म + बहेड़ा + लौंग |
कंपनी | विविध कंपनी द्वारा बनाया जाता है। |
दवा का प्रकार | आर्युवेदिक |
उपयोग | लिवर और पाचन से जुडी समस्या दूर करता है। |
कीमत | ₹135-581 |
प्रिस्क्रिप्शन आवश्यक है | हाँ |
Kumaryasava Uses In Hindi
यह एक आयुर्वेदिक दवाई है जो लिवर और पाचन से जुडी समस्या को ठीक करने के लिए लोगो द्वारा उपयोग में लाया जाता है। Kumaryasava का इस्तेमाल करने पर हमारे शरीर में बहुत से अन्य लाभ भी देखने को मिलते है। यह गैस्ट्रोराइटिस (पेट की अस्तर की सूजन) की समस्या को भी ठीक करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह यूरिन इन्फेक्शन जैसी समस्या को भी ठीक करने में सहायक होता है। यह दवाई का उपयोग किसी अनुभवी आयुर्वेदिक चिकित्सक के निगरानी में करे और उन्हें अपने रोगों की गंभीरता के बारे में जरूर बताये ताकि वो आपके लिए उचित दवाई खोराक निर्धारित कर पाए। इसके साथ डॉक्टर को अपनी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में भी बताये जिससे दवाई का कोई रिएक्शन आपके शरीर पे ना हो।
नीचे कुछ परेशानियां दी गई है वैसे मामले में डॉक्टर अपने मरीजों को Kumaryasava उपयोग करने का सलाह देते है:-
- गैस्ट्रोराइटिस
- पाचन में दिक्कत
- लिवर से जुडी समस्याए
- मुँह में छाले पड़ जाना
- यूरिन इन्फेक्शन
- पीलिया
- मासिक धर्म की समस्या
Kumaryasava Uses In Hindi – कार्य प्रक्रिया
यह दवाई बहुत से प्राकृतिक जड़ी बूटियों के मिश्रण से बना है जो पाचन और लिवर जैसी समस्या को ठीक करने का कार्य करता है। Kumaryasava में मुख्य तत्व एलोविरा है इसके आलावा इसमें चित्रक, बहेड़ा, लौह भस्म, लौंग इत्यादि जैसी आर्युवेदिक चीज़े शामिल है। यह सभी तत्त्व हमारे शरीर के पेट और यूरिन से जुडी समस्याओ को ठीक करने का कार्य करते है। यह हमारे शरीर के पाचन क्रिया में सुधार करता है और भूख न लगने की समस्या से भी राहत दिलाने का कार्य करता है। इसके साथ ही यह पीलिया जैसे रोग को भी ठीक करने में मदद करता है। इसमें मौजूद तत्व हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होते है और शरीर के अलग अलग हिस्सों के रोगो को ठीक करने में मदद करता है।
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Kumaryasava Dosage – कुमार्यावास का सेवन
आजकल हरेक व्यक्ति को अपने जीवन काल में कभी न कभी कोई दवाई का सेवन करने की जरुरत पड़ ही जाती है। ऐसे में जब भी हम किसी नई दवाई का सेवन करते है तब हमें उसके बारे में डॉक्टर से सलाह जरूर ले लेनी चाहिए। क्यूंकि कभी कभी हम जाने अनजाने में दवाई का सेवन गलत तरीके से करते है तब उस दवाई का उचित लाभ नहीं देखने को मिलता है। अगर आप चाहते है Kumaryasava का आपके ऊपर सही लाभ हो तब इसके सेवन करने के तरीके और समय पे ख़ास ध्यान दे। यह दवाई का सेवन करने से पहले निचे दी गई कुछ महत्वपूर्ण बातो का ध्यान रखे।
- यह दवाई का सेवन भोजन करने के बाद करना चाहिए।
- दवाई का सेवन हमेशा गुनगुने पानी के साथ करना चाहिए।
- यह दवाई का उपयोग दिन में अधिकतम दो बार करना चाहिए।
- इसे हमेशा डॉक्टर द्वारा बताये गए सलाह के अनुसार ही करना चाहिए।
Kumaryasava Benefits In Hindi – कुमार्यावास के लाभ
पाचन और लिवर से जुडी समस्या तो हरेक व्यक्ति को कभी न कभी हो ही जाती है अगर आप इस तरह की बीमारी को सही समय पर इलाज नहीं करवाते है तब आपको काफी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस तरह की समस्या को Kumaryasava नामक आयुर्वेदिक दवाई से ठीक किया जा सकता है। यह पीलिया जैसी समस्या को भी ठीक करने में मदद करता है। यह दवाई के बहुद्देशीय लाभ होते है। यह यूरिन इन्फेक्शन जैसी समस्या को भी ठीक करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह मासिक धर्म की समस्या को भी ठीक करने में मदद करता है। यह दवाई के होने वाले लाभ की सूचि निचे दी गयी है।
- पीरियड्स के प्रवाह को नियंत्रित करता है
- पुरुषो में शुक्राणु की गुणवत्ता बढ़ाता है
- पाचनतत्र को ठीक करता है
- खासी और सर्दी में भी फायदेमंद होता है
- गैस्ट्रोराइटिस और यूरिन से जुडी समस्याए भी ठीक करता है
- त्वचा को फिर से जीवित करने में मदद करता है
- लिवर से सम्बंधित समस्याए दूर होती है
Side Effects Of Kumaryasava – कुमार्यावास के दुष्प्रभाव
लोग दवाई का इस्तेमाल तो करते है परन्तु कुछ दवाई के दुष्प्रभाव भी होते है लेकिन Kumaryasava का इस्तेमाल करने पर किसी भी तरह के दुष्प्रभाव नहीं होते है क्यूंकि यह एक आयुर्वेदिक दवा है जो पूर्ण रूप से प्राकृतिक घटको से मिलकर बना है। हालाँकि यह दवाई का सेवन कभी भी अत्यधिक मात्रा में न करे। ऐसा करने पर आपको इसके कुछ गंभीर दुष्प्रभाव का भी सामना करना पड़ सकता है। यह दवाई का सेवन हमेशा डॉक्टर द्वारा निर्धारीत खुराक के अनुसार ही करे। इसे हमेशा नियमित रूप से सेवन करने की कोशीश करे जिससे आपको रोगो से जल्द राहत देखने को मिलेगी। अगर आपको यह दवाई के किसी भी तरह के दुष्प्रभाव देखने को मिले तब तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर ले।
Kumaryasava Composition – कुमार्यावास के घटक
- एलोविरा – यह कॉन्स्टिपेशन और ब्लड शुगर जैसी समस्या को दूर करने में मदद करता है। एलोविरा मुहांसे और रूखी त्वचा को भी बेहतर करने का कार्य करता है। इसके साथ ही यह गंजापन की समस्या को भी दूर करने में मदद करता है।
- चित्रक – यह एंटीफंगल और एंटी-डायबिटिक के रूप में कार्य करता है। चित्रक गठिया जैसी समस्या को ठीक करने में मदद करता है। यह पाचन तंत्र को भी तंदुरुस्त करने में मदद करता है। यह डयबिटीज की बीमारी को भी ठीक करने में सहायक होता है।
- लौह भस्म – यह रक्त की कमी को दूर करने का कार्य करता है और अनिमिआ जैसी बीमारी से राहत दिलाता है। लौह भस्म हमारे शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है और ज्वर जैसी रोगों से लड़ने में मदद करता है।
- बहेड़ा – यह अमाशय को मजबूत बनाता है और कब्ज जैसी समस्या को ठीक करने में मदद करता है। इसके साथ ही बहेड़ा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का कार्य करता है।
- लौंग – यह पेट की गैस की समस्या को खतम करने का कार्य करता है। लौंग उलटी जैसी समस्या को भी ठीक करने में सहायक होता है। यह कफ-पित्त दोष को भी ठीक करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह सांसो की बीमारी और रक्त से सम्बंधित बीमारों को भी ठीक करने का कार्य करता है।
Kumaryasava को किस स्थिती में सेवन न करे
दवाई का सेवन तो लोग किसी न किसी बीमारी को ठीक करने के लिए अक्सर करते रहते है क्यूंकि अब पहले जैसे लोग ज्यादा स्वस्थ नहीं रहते है और उन्हें अनेको तरह की बीमारियां होते रहती है। लेकिन कुछ ऐसी परिस्थियाँ होती है जिसमे दवाई का सेवन नहीं करना चाहिए। आपने देखा होगा की कभी कभी लोग दवाई का सेवन तो करते है परन्तु उन्हें उस दवाई का लाभ नहीं मिलता है। इसका मुख्य वजह होता है की हम दवाई का सेवन सही तरीके से नहीं कर रहे होते है। इसलिए जब भी हम किसी नयी दवाई का सेवन करे तब उसके बारे में डॉक्टर से अच्छी तरह से जानकारी ले ले। Kumaryasava का सेवन हमें किस स्थिति में नहीं करना चाहिए उसके बारे में जानकारी निचे दी गयी है जिसे हमेशा ध्यान में रखे:-
- यदि आपको यह दवाई के किसी भी तत्त्व से एलेर्जी है तब इसका सेवन न करे।
- गर्भवती महिला यह दवाई का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह ले ले।
- यदि आप किडनी, लिवर और ह्रदय जैसी समस्या से लम्बे समय से पीड़ित है तब यह दवाई का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह ले ले।
- दवाई के अलेर्जिक रिएक्शन से बचने से के लिए डॉक्टर को अपनी मेडिकल हिस्ट्री जरूर बताये।
- अगर आप किसी दवाई का सेवन पहले से कर रहे है तब यह दवाई का सेवन उसके साथ करने से पहले डॉक्टर से सलाह ले ले।
महत्त्वपूर्ण सावधानियां:-
वैसे तो आर्युवेदिक दवाई का इस्तेमाल करने से किसी भी प्रकार की हानि नहीं होती है। लेकिन कुछ ऐसी परिस्थिति होती है जिसमे हम दवाई का उपयोग गलत तरीके से कर लेते है जिसके वजह से हमें उसके दुष्प्रभाव देखने को मिलते है। Kumaryasava एक आर्युवेदिक दवाई है जिसका उपयोग करने से पहले आपको कुछ सावधानिया रखनी जरूरी है।
- दवाई का सेवन करने के दौरान किसी भी तरह का नशा या धूम्रपान का सेवन ना करे।
- दवाई के पैकेट को खरीदने से पहले एक बार एक्सपायरी डेट जरूर देख ले।
- दवाई को बच्चो की पहुंच से दूर रखे।
- हमेशा दवाई को सुखी और ठंडी जगह रखे।
- दवाई के पैकेट पर सूरज की सीधी रोशनी ना आने दे।
Kumaryasava को लेकर मरीजों द्वारा कुछ पूछे जाने वाला सवाल:-
यह दवाई दिन में एक या दो बार 10 ml से 20 ml से बिच लेनी चाहिए, हमेशा डॉक्टर के बताये गए मात्रा में यह दवाई का सेवन करे।
जानकारों के अनुसार यह दवाई हमेशा ही खाने के बाद लेनी चाहिए।
गर्भवती महिलाओ को हमेशा डॉक्टर की सलाह के बाद ही Kumaryasava का सेवन करना चाहिए।
जी हा यह दवाई में चीनी और गुड़ का इस्माल किया जाता है।