Septilin Syrup Uses In Hindi | बारिश का मौसम जब भी आता है तब वो अपने साथ बीमारिया लेके जरूर आता है। खांसी और सर्दी यह दो बीमारिया ऐसी है जो हर दूसरे वयक्ति को बारिश में हो जाती है। इसके आलावा दमा, ब्रोंकाइटिस और कमजोर इम्युनिटी से भी लोग परेशांन हो जाते है। Septilin Syrup एक ऐसा दवाई है जो हमें साधारण बीमारिया जो हर कुछ महीनो में होती है इससे लड़ने में हमारे शरीर की मदद करता है। यह गले के दर्द से लेके कमजोर इम्युनिटी तक की सभी समस्याए दूर करने में उपयोगी है। आज के यह लेख Septilin Syrup Uses In Hindi में हम यह दवाई के लाभ, दुष्प्रभाव और कार्य प्रक्रिया के बारे में जानेगे।
Septilin Syrup Uses In Hindi
आप सबको पता होगा की जब भी हमें खांसी और गले से जुडी समस्या होती है तो हमें कितनी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है। कभी कभी जब रात को सोते है तो इतनी खासी आती है की हमारी नींद ही चली जाती है। ऐसे में Septilin Syrup आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। यह दवाई खांसी, टॉन्सिल का बढ़ जाना, गले में सूजन जैसी बीमारियों को तुरंत ठीक कर देता है। इसमें उपयोग की जाने वाली चीज़े हर्बल है जिससे आपके शरीर को भी किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता है। यह दवाई मार्किट में आपको डॉक्टर के पर्चे के बाद ही मिलती है और यह दवाई का सेवन भी आपको डॉक्टर की सलाह अनुसार करना चाहिए।
नीचे कुछ परेशानियां दी गई है वैसे मामले में डॉक्टर अपने मरीजों को Septilin Syrup उपयोग करने का सलाह देते है:-
- खांसी
- गले में सूजन
- टॉन्सिल्स का बढ़ जाना
- कमजोर इम्यूनिटी
- बैक्टेरियल इंफेक्शन
- दमा
- ब्रोंकाइटिस
- गले में दर्द
Septilin Syrup – कार्य प्रक्रिया
यह दवाई बहुत से प्रकार के भारतीय औषधी का मिश्रण है जो प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता हैं। इसी के साथ यह साधारण बीमारियों को भी जड़ से ख़तम करता है। Septilin Syrup में गिलोय, यष्टिमधु और गुग्गुलु जैसी औषधी डाली जाती है। यह सभी औषधी गले की समस्या से लेके बेक्टेरियल इन्फेक्शन तक सबका एक रामबाण इलाज है।
तत्व का नाम | लाभ |
गिलोय | इसमें बहुत से मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते है जो बुखार जैसी समस्या में तुरंत राहत देते है। इसके साथ यह गले में मौजूद कफ को भी खत्म करता है जिससे खांसी और सर्दी की समस्या दूर होती है। अगर आप बुखार और सीजन के बीमारियों से परेशांन है तो गिलोय आपके लिए लाभदायक हो सकता है। |
यष्टिमधु | खांसी और गले की खराश जैसी समस्या को हल करती है। इसी के साथ यह हर गले से जुडी समस्या में मरीज को राहत देती है। इसको मुलहठी के नाम से भी जाना जाता है। यह तत्व सर्दी, खांसी और अन्य कफ की समस्या में उपयोगी है। |
गुग्गुलु | शरीर में बहुत सी समस्या को हल के लिए काम आता है। यह तत्व हमारे शरीर का कोलेस्ट्रॉल लेवल भी नियंत्रण में रखता है। इसमें वात – कफ शामक गुण होने की वजह से यह बुखार जैसे समस्याओ में उपयोगी साबित होता है। |
Septilin Syrup का सेवन
यह दवाई का सेवन हमेशा डॉक्टर के सलाह के अनुसार ही करे। Septilin Syrup की मात्रा हर वयक्ति के बीमारी की गंभीरता और इसकी उम्र के हिसाब से डॉक्टर द्वारा तय की जाती है। अगर आप यह दवाई का सेवन करते है तो निचे दी गई बातो का ध्यान रखे।
- दवाई को हमेशा खाना खाने के बाद सेवन करे।
- दवाई को आप 1 से 2 चम्मच रोजाना 3 बार दिन में ले सकते है (दवाई की मात्रा हर वयक्ति के लिए अलग अलग होती है)
- दवाई का सेवन करते वक़्त डॉक्टर द्वारा बताई गई सभी चीज़ो का ध्यान रखे।
- सिरप पिने से पहले बोतल अच्छे से हिलाये।
Septilin Syrup के लाभ (Benefits):-
यह दवाई का उपयोग करके आप बहुत सी साधारण बीमारिया जो हर 2 से 3 महीने में होती है इससे आप छुटकारा पा सकते हो। Septilin Syrup के सेवन से गले से लेके बुखार जैसी समस्या में आपको राहत मिलती है दवाई की सबसे खास बात है की इसमें उपयोग किये जाने वाले सभी तत्व प्राकृतिक है। इसमें किसी भी प्रकार के केमिकल का मिश्रण नहीं है जिससे आपको दवाई के दुष्प्रभाव भी नहीं देखने को मिलते है। यह दवाई के सेवन से होने वाले लाभों की सूचि निचे दी गई है।
- खांसी को ठीक करता रहता है।
- गले में सूजन को ठीक करने में मदद करता है।
- वायरस इंफेक्शन से बचाता है।
- ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारी को ठीक करता है।
- कमजोर इम्यूनिटी को बूस्ट करता है। यह दमा से भी राहत दिलाने में मदद करता है।
Septilin Syrup का दुष्प्रभाव (Side Effects):-
यह दवाई का उपयोग करने से किसी भी तरह का दुष्प्रभाव नहीं होता है क्यूंकि यह एक आयुर्वेदिक दवा है। लेकिन अगर आप Septilin Syrup का इस्तेमाल गलत तरीके से करेंगे तब आपको इसके कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं। इसलिए हमेशा इस दवाई को सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर ले। Septilin Syrup हमेशा नियमित रूप से सेवन करें जिससे आपको ज्यादा फायदा देखने को मिलेंगे।
Septilin Syrup का सेवन किस स्थिति में नहीं करना चाहिए:-
आज हम अपने जीवन में बहुत से प्रकार की दवाइयों का उपयोग करते है। ऐसे में कोई भी नई दवाई लेते वक़्त हमें ये जानना बहुत ही जरूरी है की इसको कोनसे समय पे लेना है और कोनसे समय पे इसका सेवन नहीं करना है। Septilin Syrup का सही समय पे और सही तरीके से सेवन करने से आपके शरीर पे इसके ज़्यादा से ज़्यादा फायदे देखने को मिलेंगे। अगर आप यह दवाई का सेवन करते है तो निचे दी गई बातो का ध्यान रखे।
- अगर आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है तब इस दवाई का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श कर ले।
- दवाई में मौजूद किसी भी तत्व से अलेर्जी है तो दवाई का सेवन ना करे।
- किसी अन्य दवाई के साथ यह दवाई डॉक्टर से बिना पूछे ना ले।
महत्त्वपूर्ण सावधानियां
- दवाई लेने से पहले इसकी एक्सपायरी डेट जरूर चेक करे
- दवाई का सेवन किसी भी प्रकार के नशे के साथ बिना डॉक्टर को पूछे ना करे
- दवाई को बच्चो की पहुंच से दूर रखे
- दवाई के पैकेट को हमेशा सूर्य की रौशनी सीधी ना आये ऐसी जगह रखे
- दवाई को ठंडी और ड्राई जगह पे स्टोर करे
Septilin Syrup को लेकर मरीजों द्वारा कुछ पूछे जाने वाला सवाल:-
इस दवाई का उपयोग खांसी, गले में सूजन और बैक्टेरियल इंफेक्शन को ठीक करने के लिए किया जाता है।
यह दवाई का उपयोग दिन में 2 से 3 बार करने को कहा जाता है। हलाकि दवाई की मात्रा हर वयक्ति के उम्र और बीमारी के आधार पर डॉक्टर द्वारा तय की जाती है।
जी हां यह दवाई से अलेर्जी से हुए रोग जैसे खांसी, बुखार और अन्य इससे जुडी समस्या हल होती है।