Kanakasava Uses In Hindi | बढ़ते उम्र के अनुसार अक्सर लोगों को खांसी और दमा जैसी समस्या हो जाया करती है। इस तरह की समस्या मौसम में परिवर्तन के कारण भी कुछ लोगो को हो जाती है। यह आमतौर पर साधारण समस्या मानी जाती है परन्तु अगर आप इसका इलाज सही समय पर नहीं करवाते है तब यह आगे चलकर गंभीर समस्या का रूप ले सकता है। Kankasava एक ऐसी आयुर्वेदिक दवाई है जो इस तरह की समस्या को जड़ से ख़त्म करने में सक्षम है और यह बहुत सारे चिकित्सक द्वारा भी खांसी, जुकाम, दमा जैसी समस्या को ठीक करने के लिए सलाह दिए जाते है। आज के यह लेख Kankasava Uses In Hindi में हम यह दवाई का कार्य प्रक्रिया, लाभ और दुष्प्रभाव के बारे में विस्तार से जानेंगे।
Composition | धतूरा + नागकेसर + पीपली + अदरक + गुड़ |
कंपनी | अलग अलग कंपनी द्वारा बेचा जाता है। |
दवा का प्रकार | आर्युवेदिक |
उपयोग | खांसी, दमा जैसी सांसो की बीमारी दूर करने के लिए |
कीमत | ₹140-162 |
प्रिस्क्रिप्शन आवश्यक है | हाँ |
Kanakasava Uses In Hindi
यह एक आयुर्वेदिक दवाई है जो मुख्य रूप से खांसी और दमा जैसी समस्या को ठीक करने में मदद करता है। Kanakasava मार्किट में आसानी से डॉक्टर के पर्चे के द्वारा मिल जाता है। मुख्यतौर यह दवाई ब्रॉंकइटिस जैसी बीमारी को ठीक करने में उपयोग किया जाता है। इसके साथ ही यह गले में हुए दर्द, कफ जैसी समस्या को भी ठीक करने में सक्षम है। यह दवाई का उपयोग करने से पहले किसी अनुभवी आयुर्वेदिक चिकित्सक से इस दवाई के बारे में जानकारी ले ले और उन्हें अपने रोगों की स्थिति के बारे में भी जरूर बताये। ऐसा करने से डॉक्टर आपको दवाई की सही खुराक की मात्रा निर्धारित कर पाएंगे जिससे आपके शरीर पे श्रेष्ठ लाभ होगा।
नीचे कुछ परेशानियां दी गई है वैसे मामले में डॉक्टर अपने मरीजों को Kanakasava उपयोग करने का सलाह देते है:-
- सांस लेने में समस्या होना
- अस्थमा
- खांसी होना
- ब्रॉंकइटिस
- खांसी की वजह से गले में दर्द या जलन
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Kanakasava Uses In Hindi – कार्य प्रक्रिया
यह मुख्य रूप से आयुर्वेदिक फार्मूलेशन से बना है जो दमा और खांसी जैसी समस्या को ठीक करने का कार्य करता है। इसमें मुख्य घटक के रूप में धतूरा, नागकेसर, पीपली और अदरक पाया जाता है। Kanakasava में मौजूद तत्व हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होता है जो हमें अनेकों रोगों से राहत दिलाने में मदद करता है। यह फेफड़े में जमे अतिरिक्त बबलगम को बाहर निकलने में मदद करता है। यह ब्रॉंकइटिस जैसी बीमारी को भी ठीक करने में सहायक होता है। दवाई में पाए जाना वाला मिश्रण श्वसन प्रणाली को सवस्थ रखने का कार्य करता है
Kanakasava Dosage – कनकासव का सेवन
अगर आप चाहते है की दवाई का असर आपके ऊपर सही तरीके से हो तब आपको दवाई के सेवन करने के तरीके पे ख़ास ध्यान देना चाहिए। किसी भी दवाई का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर ले ले क्यूंकि कई बार हम जाने अनजाने में दवाई का सेवन गलत तरीके से कर लेते है तब हमें उस दवाई का उचित लाभ नहीं मिलता है। Kanakasava का अगर सही तरीके से सेवन किया जाए तो इसके बहुत ही अच्छे लाभ देखने को मिलेंगे। यह दवाई का सेवन करने से पहले निचे दी गई कुछ जरूरी बातो का ध्यान रखे।
- दवाई का सेवन भोजन करने के बाद या पहले कभी भी कर सकते है।
- यह दवाई का सेवन दिन में अधिकतम दो बार कर सकते है।
- यह दवाई का उपयोग एक व्यषक मनुष्य अधिकतम 4 चम्मच कर सकते है।
Kanakasava Benefits In Hindi – कनकासव के फायदे
खांसी और जुकाम जैसी समस्या को अगर आप समय पर नहीं इलाज करवाते है तब आपको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। यह एक साधारण समस्या शरीर में लम्बे समय तक रहने पर यह आपके लिए दिक्कत पैदा कर सकता है। अगर आप इस तरह की समस्या से पीड़ित है और इसे ठीक करने के लिए दवाई का खोज कर रहे है तब Kanakasava दवाई आपके लिए बहुत ही कारगर साबित हो सकता है। क्यूंकि यह हमारे फेफड़े में जमे बबलगम को बाहर निकलता है और खांसी और दमा की शिकायत को जड़ से ख़त्म करने में मदद करता है। यह दवाई के कई अन्य लाभ भी होते है जिसकी सूचि निचे दी गयी है।
- खांसी और दमा जैसी बीमारी को ठीक करता है।
- ब्रॉंकइटिस जैसी बीमारी दूर करता है।
- परागराज जैसी समस्या को भी ठीक करने का कार्य करता है।
- स्वशन सम्बन्धी विकार ठीक करता है।
Side Effects Of Kanakasava – कनकासव का दुष्प्रभाव
जैसा की मेने आपको बताया की यह एक प्रकार का आर्युवेदिक मिश्रण है जिसमे किसी भी प्रकार के केमिकल्स और ऐसे तत्व नहीं डाले गए है जो शरीर को हानि पहुचाये। अभी तक के रिसर्च के मुताबिक Kanakasava के उपयोग करने से किसी भी प्रकार की शरीर में हानी देखने को नहीं मिलती है। अगर आप यह दवाई में उपयोग किये जाने वाली किसी भी चीज़ से अलेर्जिक है तो यह दवाई का सेवन ना करे।
Kanakasava Composition – कनकासव के घटक
- धतूरा – यह गले में घरघराहट और सीने में जकड़न की समस्या को ठीक करने में मदद करता है। धतूरा जोड़ो के दर्द में भी लाभदायक होता है।
- पिप्पली – यह बुखार की समस्या को ठीक करने में मदद करता है। पिप्पली बबलगम को भी हमारे शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है।
- नागकेसर – यह कफ पित और वात जैसी समस्या को नियंत्रित करने का कार्य करता है। नागकेसर पाचन की समस्या को भी ठीक करता है और भूख को बढ़ाने में मदद करता है।
- अदरक – यह पेट में हुए गैस की समस्या को दूर करने का कार्य करता है। अदरक मांशपेशियों की समस्या में भी आराम पहुंचाता है। इसके साथ ही यह पेट के मरोड़ को भी ठीक करता है।
Kanakasava को किस स्थिती में सेवन न करे
यह दवाई का सेवन करने से हमें बहुत से फायदे होते है। ऐसे में यह बहुत ही जरूरी है की हम Kanakasava हमेशा सही परिस्थिति में सेवन करे ताकी हमें इसके ज़्यादा से ज़्यादा फायदे देखने को मिले। यह दवाई अगर आप ले रहे हो तो निचे दिए गए स्थिति में यह दवाई का सेवन करने से बचे:
- अगर आपको मधुमेह की समस्या है तो डॉक्टर से बिना पूछे यह दवाई ना ले
- दवाई लेते वक़्त किसी भी सॉफ्टड्रिंक्स और तीखे चीज़ का सेवन ना करे
- दवाई का सेवन ज़्यादा से ज़्यादा 2 या 3 महीने तक ही करे
- डॉक्टर द्वारा बताई गयी मात्रा से ज़्यादा यह दवाई ना ले
महत्त्वपूर्ण सावधानियां:-
मनुष्य के जीवन में आज दवाइया बहुत ही अहम् हिस्सा बन चुकी है। पहले के समय के मुताबिक आज हम हर छोटी से बड़ी बीमारी को एक दवाई के माध्यम से ठीक कर सकते है। ऐसे में आर्युवेदिक दवाई की और लोगो की रूचि पिछले कुछ समय में बहुत ही बढ़ी है। इसीलिए आपको दवाई लेते वक़्त निचे दी गयी सभी चीज़ो का ध्यान रखना चाहिए ताकि आपको Kanakasava से किसी भी प्रकार का नुक्सान ना हो:
- दवाई लेते वक़्त एक्सपायरी डेट जरूर चेक करे
- दवाई के साथ अन्य कोई दवाई लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले
- बच्चो की पहुंच से यह दवाई को दूर रखे
- डॉक्टर द्वारा बताये गए प्रवाही के साथ ही हमेशा दवाई का सेवन करे
Kanakasava Uses In Hindi Conclusion
खांसी जुकाम जैसी समस्या से तो अक्सर लोग पीड़ित रहते है। इस तरह की समस्या को Kanakasava से आसानी से ठीक किया जा सकता है। यह आयुर्वेदिक फार्मूलेशन से बना है। इसमें पाए जाने वाले घटक पूर्ण रूप से प्राकृतिक है इसमें किसी भी तरह की केमिकल्स की मिलावट नहीं है इसलिए इसका इस्तेमाल करने पर किसी भी तरह के दुष्प्रभाव भी नहीं होते है। यह दवाई को उपयोग में लाने से पहले एक बार डॉक्टर से इसके बारे में जानकारी ले ले।
Kanakasava को लेकर मरीजों द्वारा कुछ पूछे जाने वाला सवाल:-
यह दवाई मुख्यतौर पे लंग्स से जुडी बीमारिया जैसे अस्थमा, खांसी और जुखाम ठीक करती है।
यह दवाई में गुड़ का उपयोग किया जाता है जो आपके ब्लड शुगर के लेवल बढ़ा सकता है इसीलिए मधुमेह के मरीज यह दवाई लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
डॉक्टरों के अनुसार यह दवाई एक दिन में 2 बार एक निर्धारित मात्रा में लेनी चाहिए।