Ekangveer Ras Uses In Hindi | बढ़ते उम्र के अनुसार आजकल बहुत से लोगो में लकवा जैसी समस्या देखने को मिल जाती है जिसे सही समय पर इलाज करवाना बेहद जरुरी है। लकवा एक ऐसी समस्या है जिसमे मांशपेशियां कमजोर हो जाती है और सोचने समझने की क्षमता में भी कमी आ जाती है। इसके कारण लोगो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आर्युवेद में ऐसी समस्याओ को जड़ से खत्म करने की क्षमता पायी जाती है। Ekangveer Ras एक ऐसी आर्युवेदिक दवाई है जिसका इस्तमाल करने से लकवा जैसी समस्या बिना किसी दुष्प्रभाव के दूर की जा सकती है। आज के यह लेख Ekangveer Ras Uses In Hindi में यह दवाई के कार्य प्रक्रिया, लाभ और दुष्प्रभाव के बारे में विस्तार से जानेंगे।
Composition | शुद्ध गंधक + अदरक रस + व्योस द्रव + त्रिफला क्वाथ + धात्री द्रव + धतूरा + तीक्ष्ण लौह भस्म + चित्रका क्वाथ |
कंपनी | विविध कंपनी द्वारा बनाया जाता है। |
दवा का प्रकार | आर्युवेदिक |
उपयोग | लकवा और मासपेशी की समस्या दूर करना |
कीमत | ₹98-300 |
प्रिस्क्रिप्शन आवश्यक है | हाँ |
Ekangveer Ras Uses In Hindi
यह एक आयुर्वेदिक दवा है जिसका इस्तेमाल मुख्य रूप से लकवा जैसी बीमारी को ठीक करने के लिए किया जाता है। Ekangveer Ras शरीर में हो रहे दर्द को कम करता है और जो अंग काम नहीं कर रहे है इन्हे वापिस ठीक करने का प्रयास करता है। यह मार्किट में आसानी से डॉक्टर के पर्चे के द्वारा मिल जाता है। दवाई में बहुत सारे प्राकृतिक घटक पाए जाते है। इसमें पाए जाने वाले मुख्य तत्व में धतूरा, आंवला, भृंगराज, पिप्पली, अदरक और त्रिकूट इत्यादि शामिल है। यह दवाई का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह ले ले। क्यूंकि इसके खुराक विभिन्न आयु वर्ग के लोगों के लिए अलग अलग हो सकते है। डॉक्टर को अपने रोगों के बारे में भी जरूर बताये ताकि वो आपके लिए उचित खुराक और सेवन के बारे में निर्धारित कर सके।
नीचे कुछ परेशानियां दी गई है वैसे मामले में डॉक्टर अपने मरीजों को Ekangveer Ras उपयोग करने का सलाह देते है:-
- लकवा
- शरीर के पिछले हिस्से दर्द
- पैर में दर्द
- मुँह के एक तरफ के भाग का काम ना करना
- शरीर के कुछ भागो में खून ना पहुंचना
लकवा की बीमारी दूर करने के लिए अन्य दवाई: Agaricus Muscarius 30 Uses In Hindi
Ekangveer Ras Uses In Hindi – कार्य प्रक्रिया
यह दवाई मुख्य रूप से लकवा की बीमारी को ठीक करने का कार्य करता है जो की बहुत सारे प्राकृतिक घटको से मिलकर बना है। Ekangveer Ras में पाए जाने वाले मुख्य घटक में शुद्ध गंधक, अदरक, व्योस द्रव, त्रिफला क्वाथ, धात्री द्रव, धतूरा, तीक्ष्ण लौह भस्म, चित्रका क्वाथ, भ्रीगराज स्वरस, नगर (शूंथी) शामिल है। यह सभी तत्व हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होते है। यह हमारे शरीर के अंदर की बीमारियों को जड़ से ख़त्म करने का कार्य करता है। इसके साथ यह पैर में हुए कुछ साधारण दर्द की समस्या से भी राहत दिलाने में सहायक होता है।
Ekangveer Ras Dosage – एकांग वीर रस का सेवन
हमें किसी भी दवाई का सेवन करने से पहले उसके बारे में डॉक्टर से अच्छी तरह से जानकारी ले लेना चाहिए। क्युकी दवाई का खुराक हरेक व्यक्ति के बीमारी के गंभीरता और उम्र पर निर्भर करती है। कभी कभी हम जाने अनजाने में दवाई का सेवन गलत तरीके से कर लेते है जिसके वजह से हमें उसका उचित लाभ नहीं देखने को मिलता है। ऐसे में अगर आप चाहते है Ekangveer Ras का आपके ऊपर सही लाभ हो तब इसके सेवन करने के तरीके और समय पे ख़ास ध्यान दे। यह दवाई का सेवन करने के दौरान निचे दी गई कुछ महत्वपूर्ण बातो का ध्यान रखे।
- यह दवाई का सेवन खान खाने के पहले या बाद कभी भी कर सकते है।
- यह दवाई का सेवन हमेशा गुनगुने पानी के साथ सेवन करे।
- वयस्क और बुजुर्गो को यह दवाई 125 – 375 MG के बिच में लेने को कहा जाता है।
- इसे हमेशा डॉक्टर द्वारा निर्धारित खुराक के अनुसार ही सेवन करे।
Ekangveer Ras Benefits In Hindi – एकांग वीर रस के लाभ
अगर आप लकवा जैसी बीमारी को ठीक करने के लिए दवाई का खोज कर रहे है तब Ekangveer Ras आपके लिए बहुत ही उपयोगी साबित हो सकता है। यह शरीर के कुछ पिछले हिस्से की दर्द की समस्या को भी ठीक करने में मदद करता है। यह हमारे शरीर के मांशपेशियों को मजबूती प्रदान करने का कार्य करता है। ना सिर्फ इतना ही पर यह अँगुलियों की झनझनाहट की समस्या को भी ठीक करने में सहायक होता है। इसके साथ ही यह बांत दोष की समस्या को भी ठीक करने का कार्य करता है। यह दवाई का होने वाली लाभ की सूचि निचे दी गयी है।
- यह लकवा जैसी समस्या को जड़ से ख़त्म करने में सक्षम है।
- यह उंगुलियों की झनझनाहट को ठीक करने में सहायक होता है।
- यह बांत जैसी समस्या को भी ठीक करने में मदद करता है।
- हाथों की उंगलियों के मुड़ जाने एवं क्रियाशीलता को सही करने में सहायक होता है।
Side Effects Of Ekangveer Ras – एकांग वीर रस का दुष्प्रभाव
यह दवाई का इस्तेमाल करने पर किसी भी तरह के दुष्प्रभाव नहीं होते है क्यूंकि यह एक आयुर्वेदिक दवा है जो पूर्ण रूप से प्राकृतिक घटको से मिलकर बना है। हालाँकि यह दवाई का सेवन कभी भी अधिक मात्रा में न करे क्यूंकि ऐसा करने पर आपको इसके कुछ दुष्प्रभाव देखने को मिल सकता है। Ekangveer Ras को हमेशा डॉक्टर द्वारा निर्धारीत खुराक के अनुसार ही सेवन करे। इसे हमेशा नियमित रूप से सेवन करने की कोसिस करे जिससे आपको रोगो से जल्द राहत देखने को मिलेंगे। अगर आपको यह दवाई के किसी भी तरह के दुष्प्रभाव देखने को मिले तब तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर ले।
Ekangveer Ras Composition – एकांग वीर रस के घटक
- शुद्ध गंधक – यह रासायनिक एलेर्जी को ठीक करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह मधुमेह और श्वसन सम्बन्धी विकारों को ठीक करने में सहायक होता है।
- अदरक – यह पाचक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह पेट में गैस और पेट फूलने की समस्या को ठीक करने में मदद करता है।
- त्रिफला क्वाथ – यह पाचन शक्ति में सुधार करता है और भुख लगने की समस्या को भी ठीक करने में मदद करता है। यह लाल रक्त कोशिकाओं की वृद्धि में भी मदद करता है।
- पिप्पली – इसे शहद के साथ पिने से बुखार जैसी समस्या ठीक हो जाती है। यह कफ की समस्या से भी राहत दिलाता है।
- त्रिकूट – यह प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मदद करता है
- भ्रीगराज स्वरस – इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण पाया जाता है जो हमारे लिवर को हेपेटाइटिस जैसी बीमारी को होने से बचने में मदद करता है।
- तीक्ष्ण लौह भस्म – यह अनिमिआ जैसी बीमारी को ठीक करने में मदद करता है। यह शारीरिक कमजोरी को भी दूर करने में मदद करता है।
Ekangveer Ras Substitutes – एकांग वीर रस के विकल्प
- Patanjali Kamdudha Ras Powder
- Patanjali Kamdudha Ras Powder
- Patanjali Divya Mahavat Vidhwansan Ras Powder
- Constac Powder
Ekangveer Ras को किस स्थिती में सेवन न करे
दवाई का सेवन करने की जरुरत तो आजकल हरेक व्यक्ति को कभी न कभी पड़ ही जाती है क्यूंकि अब पहले जैसे लोग ज्यादा स्वस्थ नहीं रहते है। क्यूंकि अब लोगो के खान पान और ज़िन्दगी ज़ीने के तरीके भी काफी बदल चुके है। हमलोग जब किसी नए दवाई का सेवन करते है तब हमें कभी कभी उसके लाभ प्राप्त नहीं होते है इसका मुख्य वजह होता है की हम दवाई का सेवन सही तरीके से नहीं कर रहे होते है। इसलिए जब भी हम किसी नयी दवाई का सेवन करे तब उसके बारे में डॉक्टर से अच्छी तरह से जानकारी ले ले। Ekangveer Ras का सेवन हमें किस स्थिति में नहीं करना चाहिए उसके बारे में जानकारी निचे दी गयी है जिसे हमेशा ध्यान में रखे :-
- यदि आपको यह दवाई के किसी भी तत्त्व से एलेर्जी है तब इसका सेवन न करे।
- गर्भवती महिला यह दवाई का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह ले ले।
- यदि आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है तब यह दवाई का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह ले ले।
- अगर आप लकवा जैसी बीमारी को दूर करने के लिए कोई अन्य दवाई का उपयोग करते है तो इसके साथ यह दवाई बिना डॉक्टर की सलाह ना ले।
- दवाई के अलेर्जिक रिएक्शन से बचने से के लिए डॉक्टर को अपनी मेडिकल हिस्ट्री जरूर बताये।
महत्त्वपूर्ण सावधानियां:-
वैसे तो आर्युवेदिक दवाई का इस्तेमाल करने से किसी भी प्रकार की हानि नहीं होती है। लेकिन कुछ ऐसी परिस्थिति होती है जिसमे हम दवाई का उपयोग गलत तरीके से करते है जिसकी वजह से हमें इसके दुष्प्रभाव देखने को मिलते है। Ekangveer Ras एक आर्युवेदिक और सेफ दवाई है जिसका उपयोग करने से पहले आपको कुछ सावधानिया रखनी जरूरी है।
- दवाई का सेवन करने के दौरान किसी भी तरह का नशा या धूम्रपान का सेवन ना करे।
- दवाई के पैकेट को खरीदने से पहले एक बार एक्सपायरी डेट जरूर देख ले।
- दवाई को बच्चो की पहुंच से दूर रखे।
- हमेशा दवाई को सुखी और ठंडी जगह रखे।
- दवाई के पैकेट पर सूरज की सीधी रोशनी ना आने दे।
Ekangveer Ras Uses In Hindi Conclusion
लकवा जैसी समस्या एक बहुत ही गंभीर समस्या है जो की अक्सर लोगो को वृद्धा अवस्था में ही देखने को मिलता है। Ekangveer Ras का सेवन डॉक्टर के सलाह के अनुसार करने पर यह समस्या से निजात पाया जा सकता है। यह पूर्ण रूप से प्राकृतिक घटको से मिलकर बना है जो की हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। यह दवाई का सेवन करने पर किसी भी तरह के दुष्प्रभाव नहीं होते है। ऐसे में अगर आप लकवा जैसी बीमारी से राहत पाना जाते है तो यह दवाई का उपयोग डॉक्टर की सलाह बाद जरूर करे।
Ekangveer Ras से संबंधित लोगो द्वारा पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न:-
यह दवाई का उपयोग मुख्य रूप से लकवा जैसी बीमारी को ठीक करने के लिए किया जाता है।
नहीं, यह दवाई का सेवन करने पर किसी भी तरह के दुष्प्रभाव नहीं होते है।
शुद्ध गंधक, अदरक रस, व्योस द्रव, त्रिफला क्वाथ, धात्री द्रव, धतूरा, तीक्ष्ण लौह भस्म, चित्रका क्वाथ, भ्रीगराज स्वरस, नगर (शूंथी)
गर्भवती महिलाए यह दवाई का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर ले ले।